Generalization, Specialization and Aggregation in ER Model in Hindi 

Generalization, Specialization and Aggregation in ER Model in Hindi 

Generalization in Hindi 

DBMS में Generalization एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे दो या दो से अधिक निम्न स्तर की entities को मिलाकर एक उच्च स्तर की entity बनाई जाती है।

उच्च स्तर की entity बनाने के लिए निम्न स्तर की कई entities की समान विशेषताओं  को मिलाया जाता है।
यह एक bottom-up approach है। 

यह जटिलता को कम करता है और एक ही विशेषता को बार बार दोहराने से बचाता है। समान entities का समूह बनाकर generalization, data integrity और consistency को बेहतर बनाता है।

यह उच्च स्तर पर data access की अनुमति देकर querying और reporting को सरल बनाता है। Generalization, सरल, कुशल और सुव्यवस्थित डेटाबेस का निर्माण करने में मदद करता है। 

यह data independence को support करता है, यानी generalized entity बदलाव निम्न स्तर की entities पर ज्यादा असर नहीं डालता।

Example 

इस उदाहरण में कई निम्न स्तर की entities(Teacher, Admin Staff) मिलकर एक उच्च स्तर की entity(Employee) का निर्माण करते हैं।

Entities:  
Teacher और Admin Staff की विशिष्ट भूमिकाएं होती है। वे समान विशेषताओं(attributes) जैसे  EID (Employee ID) और Name को share करते हैं।
एक generalized entity(Employee) का निर्माण करने के लिए इन सामान्य विशेषताओं को मिलाया जाता है।
 
 ISA Relationship:  
Triangle labeled "ISA" एक relationship को दिखाता है इसका मतलब है कि एक Teacher एक Employee है और एक Admin Staff भी एक Employee है।

हालांकि एक Teacher के पास विशिष्ट attribute (Subject) है और एक Admin Staff के पास अलग attribute (Branch) हैं।

Specialization in Hindi 

Specialization एक top-up डेटा मॉडलिंग प्रक्रिया है। इसमें एक सामान्य entity को कई विशिष्ट entities में बांटा जाता है।

Specialization का उपयोग उस समय किया जाता है जब सामान्य entity के पास कुछ attributes होते हैं जिसे सभी instances में लागू नहीं किया जा सकता है। 

इसका उपयोग तब भी किया जा सकता है जब कुछ subsets में विशिष्ट विशेषताएं या संबंध होते हैं।

Specialization छोटे-छोटे subsets को खोजती है जिन्हें अपनी अलग पहचान की आवश्यकता होती है। यह data model को स्पष्ट और अधिक विस्तृत बनाता है। 

नया entities, सामान्य features को share करते हैं परंतु उनके खुद के पास भी अपनी विशेषताए होते हैं। यह method, मॉडल को वास्तविक दुनिया के data को बेहतर तरीके से दिखाने के लिए सक्षम बनाती है। 

यह जटिल विवरण को सरल तरीके से व्यवस्थित करने में मदद करता है।

Example:


Specialization एक प्रक्रिया है जिसमें एक सामान्य entity को उसकी खास विशेषताओं के आधार पर छोटे sub-entities में बांटा जाता है।

Specialization के पहले: General Entity  

हमारे पास एक सामान्य Entity Person है जो सामान्य विशेषताओं अर्थात Person(PersonID, Name , Age, Address) को संग्रहित करता है।  
परंतु सभी लोग एक जैसे नहीं होते कुछ Student है कुछ Teacher है और Doctor हैं।

Specialization के बाद: Specialized sub
-entities  

हम Person को तीन specialized sub-entities में उनकी भूमिका के आधार पर बांटते हैं। 

1) Student (PersonID, Branch)  
2) Teacher (PersonID, Subject )  
3) Doctor (PersonID, Specialist)  

ऊपर प्रत्येक sub-entity, Person के सामान्य attributes(Name, Address को PersonID के द्वारा inherit करते हैं परंतु उनकी स्वयं की unique attributes जैसे Branch, Subject, Specialist भी होती है।

Aggregation in Hindi 

DBMS में Aggregation तब होता है जब दो या अधिक entities के relationship को एक entity जैसा माना जाता है।

इसका प्रयोग एक"has-a" या "part-of" relationship को दिखाने के लिए किया जाता है जहां पर संबंधित entities, एक बड़े entity का हिस्सा होता है।

generalization या specialization से अलग जो entities के प्रकारों पर केंद्रित होते हैं, aggregation, उनके बीच के relationships पर केंद्रित होते है।  

यह जटिल relationship को बड़े entity में बदलने के द्वारा data model को आसान बनाते हैं। यह नया entity अन्य relationships का का भी हिस्सा हो सकता है।

Aggregation जटिल relationships को manage करने में मदद करता है और एक स्थान में relationship के details को रखने के द्वारा दोहराव को काम करते हैं।
यह database को समझना और उसका रखरखाव करना आसान बनाता है।

Example


इस example में हमारे पास तीन entities: Teacher, Subject, और Book है । Teacher और Subject entity को Teach relationship से connect किया गया है।

यह दिखाता है कि एक teacher, एक subject को teach करता है। हालांकि एक subject को teach(पढ़ाने) के लिए book की जरूरत होती है। 

जिससे एक नया relationship "Need" का उपयोग किया जाता है।
Book को सीधे ही Teacher या Subject से link करने की बजाय हम Teach relationship को एक अलग entity के रूप में मानते हैं। 

उसके बाद हम Need, relationship का उपयोग करते हुए Teach को Book से connect करते हैं